टुबहर बलिया (स्टेट 24 लाईव) - स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से बिना रोस्टर प्रणाली, अघोषित बिजली कटौती एवं विद्युत आपूर्ति में मनमानी व लापरवाही के कारण दुबहर विद्युत फीडर से जुड़े समस्त गांवों के उपभोक्ता त्रस्त हैं। बिजली कब आएगी ? कब जाएगी ? कोई ठीक नहीं रहता है। उसमें भी जर्जर विद्युत तारों के बार-बार टूटने, कभी कहीं से-कभी कहीं से फ्यूज उड़ने, जंपर उड़ने तथा लो वोल्टेज के समस्या के कारण और काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसी प्रकार की मरम्मत आदि की समस्या आने पर दुबहर विद्युत फीडर से जुड़े कर्मचारियों द्वारा फोन तक रिसीव नहीं करने के कारण वाध्य होकर प्राइवेट लाइनमैनों को उपभोक्ताओं को अपने पास से रुपया देकर मरम्मत कराना पड़ता है। इस उमस भरी भीषण गर्मी में लोग विशेषकर बच्चे और बूढ़े बिलबिला जाते हैं। बरसात के मौसम में बिजली चले जाने के बाद अंधेरे में मच्छरों, कीड़े-मकोड़ों तथा विषैले जीव-जंतुओं का प्रकोप बढ़ जाता है। दिन तो दिन रात में भी प्राय: बिजली के अनियमित रोस्टर प्रणाली से आने-जाने का यही हाल है। अपरान्ह लगभग 2:00 बजे से 3:00 बजे के बीच बिजली आने के बाद सुबह 6:00 बजे तक अनेकों बार आधे घंटा से एक घंटा तक बिजली काट दी जाती है। सप्ताह में दो से तीन बार कभी 11 केबी लाइन में, कभी 33 केबी लाइन में फाल्ट आने के कारण घंटों बिजली बाधित रहती है। जिसके कारण लोग रात-रात भर जाग-जागकर शासन'-प्रशासन को कोसते हुए समय व्यतीत करते हैं। बिजली के आंखमिचौली के कारण अध्यनरत छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी बुरी तरह बाधित हो रही है।
क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए प्रदेश सरकार के मनसा के अनुरूप 18 घंटे विद्युत आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।
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