दुबहर,बलिया (स्टेट 24 लाईव) - विकास खण्ड दुबहर के प्राथमिक विद्यालय बसरीकापुर को बंद कर प्राथमिक विद्यालय अगरौली में समायोजित करने के आदेश के विरुद्ध बेसिक शिक्षा अधिकारी को मंगलवार के दिन बसरीकापुर के सैकड़ों ग्रामीणों ने एक बैठक पूर्व जिला पंचायत सदस्य सत्यनारायण गुप्ता के नेतृत्व में पंचायत भवन में हुआ।
बैठक में पूर्व जिला पंचायत सदस्य सत्यनारायण गुप्ता ने कहा कि क्षेत्र के सबसे पुराने लगभग सैकड़ों साल पहले स्थापित इस विद्यालय में कई गांवों के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते चले आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी विद्यालय में हिंदी साहित्य के पुरोधा आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी सहित अनेकों लोगों ने शिक्षा ग्रहण किया है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा इस विद्यालय के भवन को जर्जर दिखाकर दूसरे जगह विद्यालय को समायोजित करने का निर्णय अनुचित है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में एक दो कमरे जर्जर हैं। बाकी सब कमरे ठीक हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पुनर्निर्माण करने की जगह विद्यालय को अन्य गांव में समायोजित करना सर्वथा अनुचित है। इसके अलावा जिस विद्यालय में बच्चों को समायोजित किया गया है,वहां जाने के लिए इस गांव के बच्चों को लगभग आधा किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग 31 होते हुए पैदल चलकर जान जोखिम मे डालकर विद्यालय में जाना पड़ेगा। उन्होंने इसके लिए जिलाधिकारी सहित क्षेत्रीय विधायक उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र प्रभार दया शंकर सिंह से भी मिलने की बात कही है । इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत सदस्य सत्यनारायण गुप्ता, श्रीराम पांडेय, अवधेश पांडेय, योगेश्वर प्रसाद, जनार्दन प्रसाद, प्रेमसागर पांडेय, हवलदार प्रजापति, गुप्तेश्वर पांडेय, रामनाथ शर्मा, अवध बिहारी, जवाहरलाल, अर्जुन पासवान, सुधीर कुमार, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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